कैसा देश बना रहे हैं अपना ही देश जला रहे है कश्मीर है भारत का पर राजनीति के कारण उसे भी पाकिस्तान का बता रहे है
अपने ही लोगों की जलती लाशो पर हाथ सेंक रहे हो तुम तुम्हें बाढ़ से बचाने वाली अपनी सेना पर पत्थर फेंक रहे हो तुम
ये आग लगा के तुम किसे जला रहे हो अरे सोती हुई दिल्ली की सत्ता तुम इन्हे क्यू बचा रहे हो
खुद के बच्चों को तुम लंदन में पढ़ा रहे हो और खुद की चलती रहे तुम्हारी आतंक दुकान इस लिए दूसरों के बच्चों को आतंकवादी बना रहे हो
कब तक इस धर्म के नाम पर तुम आग लगाओ गे आने वाली पीढ़ी को भी क्या इस आग में जलाओ गे
कब तक धर्म का उल्टा पाठ तुम इन्हें पढ़ाओ गे जलते देखोगे तुम अपने बच्चों इस आग में तो तुम भी पछताओ गे
सेना पर चलता हर पत्थर…
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